पालि भाषा का अर्थ एवं उगम

पालि का अर्थ: पालि के अर्थबोध के विषय में विद्वानों में मतभिन्नता दिखाई देती है। कुछ विद्वानोंने पालि का अर्थ पंक्ति किया है। व्याकरणकारों ने निम्न प्रकार से पालि का अर्थ स्पष्ट किया है .- ‘ पा पालेति रक्खति ति Read More

तृतीय बौद्ध संगीति

प्रस्तावना : तिपिटक साहित्य को पूर्ण स्वरूप देने में तृतीय बौद्ध संगीति ने महत्वपूर्ण कार्य किया है | सुत्तपिटक, विनयपिटक एवं अभिधम्मपिटक के सम्पूर्ण ग्रंथों की रचना तृतीय बौद्ध संगीति में पूर्ण हुयी | तिपिटक को निश्चित आकार तृतीय बौद्ध Read More

द्वितीय बौद्ध संगीति

प्रस्तावना : प्रथम बौद्ध संगीति में धम्म और विनय का संगायन किया गया | पालि साहित्य का प्राथमिक स्वरूप प्रथम बौद्ध संगीति में निश्चित किया गया | यथासमय में संपन्न हुयी संगीतियों ने पालि साहित्य को विकसित करने में महत्वपूर्ण Read More

प्रथम बौद्ध संगीति

प्रस्तावना : बुद्धवचन अथवा  तिपिटक को संकलित कर उसे विकसित करने में विभिन्न समय में संपन्न हुयी संगीतियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है | संगीतियों के क्रमबद्ध श्रृंखलाओं ने तिपिटक को सुव्यवस्थित करने का कार्य किया है| बौद्ध धम्म के Read More