बुद्ध, सामाजिक रोग चिकित्सक
प्रस्तावना : धम्मपद मे कहाॅ गया है-‘आरोग्य परमा लाभा‘ अर्थात आरोग्य श्रेष्ठ लाभ है | मानवी जीवन सुखपूर्वक व्यतीत करने के लिये शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ की आवश्यकता होती है।मनुष्य सामाजिक जीव है। मनुष्य को कुशलक्षेम सामाजिक जीवन व्यतित Read More