भेसज्जमञ्जूसा: पालि में चिकित्सा ग्रंथ

पालि भाषा और साहित्य दोनों ही दृष्टियों से महत्वपूर्ण है। पालि साहित्य के अध्ययन से प्राचीन ऐतिहासिक, भौगोलिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक तथ्य प्राप्त होते हैं। इसी प्रकार पालि साहित्य में चिकित्सा संबंधी ग्रन्थ भी लिखे गए हैं। पाली साहित्य में Read More

आचार्य नागार्जुन

प्रस्तावना : पालि साहित्य की भाँति बौद्ध संस्कृत साहित्य की भी समृद्धशाली साहित्य परंपरा रही है। अश्वघोष,  बुद्धपालित, भावविवेक, असंग, वसुबन्धु , दीङ्नाग, धर्मकीर्ति इन्होंने संस्कृत बौद्ध साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया हैं। उसीप्रकार आचार्य नागर्जुन ने भी  संस्कृत बौद्ध साहित्य Read More

अशोककालीन शैक्षणिक स्थिती

सम्राट अशोकाच्या काळात शिक्षणाचा प्रचार, प्रसार मोठ्या प्रमाणावर झाला होता. समाजात साक्षरता वाढविण्याचे महत्त्वपूर्ण कार्य बौद्ध विहारांमार्फत करण्यात येत असे. ही विहारं अशोकाच्या साम्राज्यात सर्वत्र पसरलेली होती. जनतेमध्ये लोकप्रिय शिक्षणाचा प्रचार करण्याचे विहारं फार महत्त्वाची केंद्रे होती. त्यामुळे समाजात साक्षरतेचे Read More

भेसज्जक्खन्धक में वर्णित विभिन्न रोगों की चिकित्सा

1.1 प्रस्तावना : पालि भाषा  समृद्धशाली साहित्य से संपन्न  है, उसीप्रकार  चिकित्सा विज्ञान की दृष्टी से भी पालि साहित्य संपन्न है | पालि साहित्य में विभिन्न शारीरिक रोग एवं मानसिक के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त होती है |  उसीप्रकार Read More

सम्राट अशोक का चिकित्सा विज्ञान को योगदान

प्रस्तावना : सम्राट अशोक विश्व के महान चक्रवती सम्राट थे | बौद्ध धम्म का प्रचार -प्रसार आशियाभर में करने में सम्राट अशोक का महत्वपूर्ण योगदान है | उसीप्रकार सम्राट अशोक ने  चिकित्सा विज्ञान में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है |चिकित्सा Read More

बुद्ध, सामाजिक रोग चिकित्सक

प्रस्तावना : धम्मपद  मे कहाॅ गया है-‘आरोग्य परमा लाभा‘ अर्थात आरोग्य श्रेष्ठ लाभ है | मानवी जीवन सुखपूर्वक व्यतीत करने के लिये शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ की आवश्यकता होती है।मनुष्य सामाजिक जीव है। मनुष्य को कुशलक्षेम सामाजिक जीवन व्यतित Read More

चिकित्सा विज्ञान में चार आर्य सत्य का प्रभाव

प्रस्तावना : भगवान बुद्ध ने समस्त मानव जाती के कल्याण के लीये बुद्धत्व प्राप्ती से महापरिनिब्बाण पर्यंत निरंतर पैतालीस वर्षो तक धम्मोपदेश दिया। बुद्धवाणी, बुद्धवचन द्वारा ही पालि तिपिटक साहित्य की निर्मिती हूयी है। प्राचीन भारतीय साहित्य में इतिहास लेखन Read More

पालि साहित्य में मनोरोग चिकित्सा का विश्लेषण

  पालि साहित्य संशोधन के प्रत्येक आयाम से संपन्न है |  पालि साहित्य में शारीरिकरोग चिकित्सा एवं मनोरोग चिकित्सा के विषय में भी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है | पालि साहित्य में मनोविज्ञान का विश्लेषण : मनोविज्ञान में मनुष्यों के Read More

पालि साहित्य में शरीरविज्ञान और चिकित्साविज्ञान का विश्लेषण

पालि साहित्य ज्ञान का विशाल और अथांग महासागर है | पालि साहित्य में प्राचीन औषधियों एवं प्राचीन चिकित्सा पद्धति के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध होती है | पालि साहित्य प्राचीन औषधियों एवं प्राचीन चिकित्सा पद्धति के समृद्धशाली इतिहास Read More